सवाल स्त्री का

 सवाल स्त्री का


रंग दबा कद छोटा है नाक नक्श कुछ ठीक नहीं

अरे इतना तोल मोल करने से पहले अपने गिरेबान में क्यू नहीं झाँकते हो......?

कहते हो खुद को मर्द तो मर्द का क्या फ़र्ज़ भी निभाते हो?

जीस स्त्री को घर लाते हो क्या वास्तविकता में उसे अपनाते हो?

पसंद की वो हो तुम्हारे तो तुम उसके पसंद का क्यू नहीं बन जाते हो?

कहते हो रिश्ता है साझेदारी का तो तुम उसका हाथ बटाने में क्यू हिचकिचा जाते हो 

जो समझती तुम्हारे हर जज़बातों को है उसकी कहीं बातों पर तुम ध्यान क्यू नहीं दे पाते हो?

जज़बातों से बनी वो है एक गुड़िया उसे सहेज कर तुम क्यू नहीं रख पाते हो?

जो रचेगी तुम्हारे घर का सुनहरा कल उसका तुम आज क्यू नहीं बन जाते हो?

कहते हो खुद को मर्द तो मर्द का क्या फ़र्ज़ भी निभाते हो?



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